पटना पीएमसीएच के खस्ता हालात की रिपोर्टिंग करने पर पत्रकार की बुरी तरह पिटाई


पटना पीएमसीएच के खस्ता हालात की रिपोर्टिंग करने पर पत्रकार प्रशांत राय व उनकी टीम को सुरक्षाकर्मियों ने बुरी तरह पीट कर घायल कर दिया जिसमें जनता जंक्शन के पत्रकार प्रशांत राय का हाथ भी टूट गया, मारपीट का वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वाइरल हो रहा है।  आमजन में आक्रोश की भावना है, लोगों का कहना है कि बिहार सरकार कुव्यवस्था से लड़ने की बजाय कुव्यवस्था दिखाने वालों से ही लड़कर संतुष्ट हो जाती है। 
जनता जंक्शन के फ़ेसबुक पेज पर अपलोड किए गए वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि  किस प्रकार नाइट ड्यूटी पर अस्पतालकर्मी सो रहे थे, जनता जंक्शन के फ़ेसबुक पेज पर पूरा मामला बताते हुए प्रशांत लिखते हैं :-
क्या हुआ था?
हमलोग पीएमसीएच गए कंबल बांटने के इरादे से, वहां जब हालात देखे तब एकदम रोंगटे खड़े हो गए। हमलोग सोचे शूट कर लेते हैं, फिर हमलोग शूट करने लगे। 15-16 जवान आए, (सुरक्षा वाले) धक्का देकर बाहर निकालने लगे, हमलोग निकाल भी गए। बाहर निकलते ही वो लोग लाठी से मारने लगे, एकदम ऐसे जैसे चोर है हमलोग, डकैती करने आए हैं।

प्रशांत राय, जिन्होंने एक समाचार संस्था में अपनी पूर्णकालिक नौकरी छोड़ अपना डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म, जनता जंक्शन ’शुरू किया, जिसे सूबे में बड़े पैमाने पर प्रतिक्रिया मिल रही है।

बिहार चुनाव के व्यक्त बिहार की जमीनी हकीकत से रूबरू कराने में प्रशांत राय व उनकी टीम का अहम योगदान रहा जिसे बिहार के जनमानस द्वारा खूब देखा और सराहा गया। जनता जंक्शन ने जगह-जगह बंद पड़ी फैक्ट्रियों पर कई प्रोग्राम किया, लॉकडाउन के समय पलायन कर रहे मजदूरों पर रिपोर्टिंग को लेकर जनता जंक्शन सुर्खियों में रहा । 

अंत में सवाल ये उठता है कि क्या यही है वो सुसाशन जिसका वादा वर्तमान सरकार द्वारा किया गया और खूब जोरों से इसका प्रचार-प्रसार हुआ ?